चतरा। चतरा समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में गुरुवार को निरंजना (फल्गु) नदी के पुनर्युवन के संबंध में नदी के बेसिन क्षेत्र में अवस्थित विभिन्न तालाबों, जल स्त्रोंतो का जीर्णोद्धार एवं वृहत पैमाने पर वृक्षारोपन को लेकर एक बैठक हुई।
बैठक में उक्त से संबंधित डीपीआर का अंतिम रूप देने को लेकर की गई। बैठक की अध्यक्षता उपायुक्त रमेश घोलप ने की। बैठक में आलोक कुमार श्रीवास्तव, जीडब्लूएम एक्सपर्ट दिल्ली द्वारा निरंजना (फल्गु) नदी के पुनर्युवन से संबंधित तैयार विस्तृत परियोजना प्रतिवेदन (डीपीआर) की जानकारी पॉवर ऑफ प्रजेंटेशन के माध्यम से दी गई। यह खबर आप झारखंड लेटेस्ट न्यूज पर पढ़ रहे हैं। इस क्रम में निरंजना (फल्गु) नदी से जुड़े हुए प्रभावित क्षेत्रों में वनरोपन एवं अवस्थित सभी स्तर के जल स्त्रोंतो यथा पुराने तालाब, आहर, कच्चा नहर एवं अन्य का जीर्णोद्धार से संबंधित विस्तृत जानकारी दी गई।
इस क्रम में योजना कार्य का पूर्ण परिचय, महत्व, क्रियान्वयन एवं इसके कारण होने वाले लाभ की जानकारी विस्तृत रूप से दी गई। निरंजना (फल्गु) नदी के उद्गम स्थल से लेकर बिहार सीमाना तक निरंजना (फल्गु) नदी का पुनर्युवन एवं संरक्षण का विस्तृत डीपीआर की भी चर्चा की गई।
समीक्षोपरांत तत्काल प्राक्कलन को स्थानीय सुझाव एवं वास्तविक कार्यों एवं प्राक्कलन को भविष्य में शामिल किये जाने की शर्त पर सर्वसम्मति से पारित करने का निर्णय लिया गया।बैठक में उप विकास आयुक्त पवन कुमार मंडल, वन प्रमंडल पदाधिकारी उत्तरी राहुल मीना, कृषि पदाधिकारी, लघु सिंचाई के कार्यपालक अभियंता मोहन चंद्र गुप्ता, समेत अन्य संबंधित उपस्थित थे।