कैसे थे हमारे झारखंड के वीर क्रांतिकारी भगवान बिरसा मुंडा
सौरभ प्रामाणिक ने डिजिटल सॉफ्टवेयर और कुछ ऐप के माध्यम से डिजिटल पेंटिंग किया है
रामगोपाल जेना
चक्रधरपुर: बिरसा मुंडा भारतीय स्वतंत्रतासेनानी थे ।
बिरसा मुंडा को आदिवासी लोग भगवान मानते थे । पर आज के समय में बहुत से ऐसे लोग है जो की बिरसा मुंडा जी को भी नहीं पहचानते । क्या अपने कभी सोचा है की जो तस्वीर हमलोग शोसल मीडिया , क़िताब आदि में देखते है ,वो असली में बिरसा मुंडा जी के चेहरे से कितना मेल खाता है ।
आपने बिरसा मुंडा जी को तो सोशल मीडिया, न्यूज, किताबों में , मूर्तियों में जरूर देखा होगा परंतु क्या आपको पता है की सारे चेहरे एक समान ही बने होते है पर ऐसा नहीं है सारे चेहरे समान नहीं होते है ,मूर्ति के अलग होते है, तो किताबों के चित्र अलग होते है।
पर हां सबको इस बात से पता चलता है कि जिनके सिर पर पगड़ी है और हल्का सा मुच है और साथ में तिर धनुष हो वो ही बिरसा मुंडा है, पर लोग कल्पना कर सकते है की इस तरह के हो सकते है । परंतु असली चेहरे को आज चांडिल के चैनपुर गांव निवासी कलाकार सौरभ प्रामाणिक ने डिजिटल सॉफ्टवेयर और कुछ ऐप के माध्यम से डिजिटल पेंटिंग किया है ।
जिसमें बिरसा मुंडा जी का असली चेहरा हुबहू मेल खाते नज़र आ रहे है । कलाकार सौरभ प्रामाणिक कैनवास पेंटिंग के साथ साथ डिजिटल पेंटिंग भी करते है । सौरभ प्रामाणिक का कहना हैं कि बिरसा मुंडा जी का असली फोटो इससे पहले आपको कहीं नहीं देखने को मिलेगा ।