महुआडांड़ : महुआडांड़ प्रखंड में बीते तीन दिनों में हुए भारी बारिश के दौरान प्रखंड क्षेत्र के ओरसा, चटकपुर, गड़बुढ़नी, रैगाई, नेतरहाट, दुरूप समेत सभी पंचायतों में भारी तबाही देखी गई।
प्रखंड के सैकड़ो घर इस बारिश में ध्वस्त हो गए। पहाड़ों से उतरा पानी कई घरों में घुस गया जिससे घर में रखा अनाज बर्बाद हो गया वहीं दूसरी ओर मक्के की फसल को भारी क्षति पहुंची है। यह खबर आप झारखंड लेटेस्ट न्यूज पर पढ़ रहे हैं। जिंससे विशेष कर प्रखंड के किसान भारी चिंतित नजर आ रहे हैं।
इस दौरान कई नदियों पर बाढ़ का पानी पुल के ऊपर तक बहता नजर आया तो वही रामपुर स्थित पुल का अप्रोच भारी बारिश के बाढ़ में बह गया। इस दौरान प्रखंड क्षेत्र के कई सड़कों पर आवागमन बाधित रहा। प्रखंड अंतर्गत गढ़बुढ़नी पंचायत के परहाटोली में 10 घर एवं गढ़बुढ़नी में 3 घर क्षतिग्रस्त हुए।
जिसमें पंचायत की मुखिया रेनू तिग्गा का घर भी क्षतिग्रस्त हो गया। वही चटकपुर, लुरगुमी, नेतरहाट, ओरसा, मेढ़ारी,गोठगांव, चैनपुर, सेमरबुढ़नी सुमित अन्य गांवों में भी लोगों को भारी क्षति उठानी पड़ी है। वहीं बुधवार को मौसम खुलते ही लोग अपने-अपने घरों खेतों को ठीक करने में लग गए हैं। वहीं पंचायत के जनप्रतिनिधि भी अपनी-अपनी पंचायत में हुए तबाही का आकलन करने निकल पड़े हैं।
इस संबंध में प्रखंड विकास पदाधिकारी अमरेंन डांग ने बताया की सभी पंचायत के सचिव को अपने-अपने पंचायत में हुए नुकसान का आकलन करते हुए रिपोर्ट बनाने का निर्देश दिया गया है। जो भी रिपोर्ट होगा वह जिला को भेजी जाएगी। अंचल पदाधिकारी संतोष कुमार बैठा ने बताया की कर्मचारियों के माध्यम से प्रखंड में हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है जिसका रिपोर्ट जिला भेजा जाएगा।
प्रखंड के लोगों ने पदाधिकारीयों से मांग की है कि बारिश के दौरान हुए क्षती का आकलन करते हुए ही प्रखंड में चल रही आवास योजना, सड़क, नाली निर्माण का आवंटन प्राथमिकता के आधार पर किया जाए।इधर भारी बारिश से मक्का खेती की काफी नुकसान हुई है।